‘मां बनने की उम्र वही, जब तन और मन सही’ – जागरुकता रैली निकालकर मनाया जाएगा विश्व जनसंख्या दिवस

आगरा। विश्न जनसंख्या दिवस के अवसर पर शुक्रवार को आगरा मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से आवास विकास सेक्टर 12 तक जागरुकता रैली निकाली जाएगी। इसके साथ ही 11 से 18 जुलाई तक विभिन्न गतिविधियां आयोजित कर लोगों को परिवार नियोजन कार्यक्रम के प्रति जागरुक किया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि प्रत्येक वर्ष 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। इस बार इसकी थीम ‘मां बनने की उम्र वही, जब तन और मन सही’ रखी गई है। 18 जुलाई तक पूरे जनपद में विभिन्न गतिविधियां आयोजित करके लोगों परिवार नियोजन अपनाने व परिवार नियोजन के फायदों से अवगत कराया जाएगा।
परिवार नियोजन के नोडल अधिकारी डॉ. सुरेंद्र मोहन प्रजापति ने बताया कि परिवार नियोजन के प्रति सामुदायिक भागीदारी बढ़ाने के लिए पंचायती राज संस्थाओं, महिला एवं बाल विकास, शहरी स्थानीय निकाय, स्वयं सहायता समूहों और सास-बेटा-बहू सम्मेलन जैसे समुदाय आधारित मंचों के सदस्यों को सक्रिय रूप से शामिल किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इस दौरान जन जागरुकता बढ़ाने के लिए जनपद में सारथी वाहन चलाए जाएंगे, जो जनपद और ब्लॉक स्तर पर परिवार नियोजन कार्यक्रम व साधनों के प्रति लोगों को जागरुक करेंगे। इसके साथ ही नगरीय व ग्रामीण क्षेत्र में क्षेत्रीय आशा के माध्यम से सास-बेटा-बहू सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। इसके साथ ही सेवा प्रदायगी अभियान भी चलाया जाएगा, जिसमें प्रत्येक ब्लॉक एवं जिला मुख्यालय पर परिवार नियोजन की सेवाएं जैसे- प्रसव पश्चात व अंतराल आयूसीडी , इंजेक्टेबल गर्भनिरोधक एमपीए (अंतरा), महिला एवं पुरुष नसबंदी आदि की सेवाएं प्रदान की जाएंगी।
नेशनल हेल्थ मिशन के डीपीएम कुलदीप भारद्वाज बताया कि स्वास्थ्य केंद्रों पर लक्ष्य दंपत्ति को परिवार नियोजन के प्रति परामर्श भी दिया जाएगा। नवविवाहित जोड़ों, एक वर्ष के अंदर उच्च जोखिम अवस्थामें जिनका प्रसव हुआ हो ऐसी महिला, लक्षित दंपतिजो दो बच्चों के जन्मकेबीच अंतर रखना चाहते हैं, लक्षित दंपति जिनका परिवार पूरा हो गया है ऐसे लोगों को परिवार नियोजन परामर्श केंद्र में उनके अनुकूल परिवार नियोजन का साधन अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
यह हैं लक्ष्य दंपति
– विगत एक वर्ष के नवविवाहित जोड़े
– विगत एक वर्ष में उच्च जोखिम गर्भावस्था (एचआरपी)वालीमहिला जिनका प्रसव हुआ हो
– लक्षित दंपति जो दो बच्चों के जन्म के बीच अंतर रखना चाहते हों
– लक्षित दंपति जिनका परिवार पूरा हो गया हो