बीडीओ और प्रधान नहीं सुनते, महिला पानी में जल समाधि लेकर बैठी, दौड़े अधिकारी

आगरा। मनखेड़ा गांव में जलभराव हो जाने से ग्रामीणों का गुस्सा इतना बढ़ गया कि सावित्री नाम की महिला पानी में जल समाधि लेकर बैठ गई। हालांकि खबर मिलते ही अधिकारियों ने मौके पर दौड़ लगा दी, लेकिन जल समाधि पर बैठी सावित्री ने जिद पकड़ ली है कि जब तक इस समस्या का पूर्णतया समाधान नहीं होगा। वे जल समाधि से बाहर नहीं आएंगी। सावित्री ने बीडीओ और ग्राम प्रधान पर सुनवाई नहीं करने के आरोप लगाए हैं। गंदगी पानी में जमी हरी काई बता रही है कि जलभराव 15 से दिन से ज्यादा पुराना है। ये जलभराव स्कूल के गेट के पास है। इस वजह स्कूल जाने वाले बच्चों की जान को भी खतरा बना है। सावित्री के समर्थन में ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई है। मामला अकोला ब्लॉक के मनखेड़ा गांव का है। सामाजिक कार्यकर्ता सावित्री चाहर ने बताया कि 17 जून को आगरा में पहली बारिश हुई थी। तब से गांव में जलभराव हो गया है। ये जलभराव प्राइमरी स्कूल के गेट के सामने है। करीब 3 फीट गहरा पानी इस गड्ढे में आकर ठहर गया है। 15 दिन से अधिक समय बीत जाने के बाद भी जल निकासी नहीं हुई है।
इधर 1 जुलाई से स्कूल खुल गए हैं। छोटे-छोटे बच्चे स्कूल आते हैं। कहीं कोई अनहोनी ना हो जाए। इसलिए अधिकारियों और ग्राम प्रधान को कई बार बताया है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। सावित्री चाहर गहरे पानी में बैठकर करीब 7 घंटे से अधिक समय से जलसमाधि पर बैठी हैं। गंदे पानी में बैठकर उन्होंने कहा कि ग्राम प्रधान राजवीर सिंह चाहर और बीडीओ वीरेंद्र सिंह चौधरी दोनों गांव की समस्या पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। बीडीओ वीरेंद्र सिंह को उन्होंने दो दिन पहले बताया था कि जलभराव हो गया है। पंप सेट लगवाकर पानी बाहन निकलवा दीजिए, लेकिन उन्होंने नहीं सुना। वे कहते हैं कि ग्राम प्रधान से बात कर लो। हालांकि बीडीओ वीरेंद्र चौधरी ने बताया कि उन्होंने पंप सेट लगवा दिया है, लेकिन सावित्री चाहर बाहर नहीं आ रही हैं। सावित्री चाहर ने कहा है कि उन्होंने जल समाधि से पहले धरना दिया था। दो घंटे से अधिक समय होने के बाद भी कोई भी अधिकारी गांव में जलभराव की समस्या को देखने नहीं पहुंचा। इसके बाद जलसमाधि की चेतावनी दी गई, लेकिन फिर भी कोई नहीं आया। इस पर दोपहर 1 बजे सावित्री चाहर करीब 3 फीट पानी में घुस गईं और जल समाधि पर बैठ गईं।