ये लो, चंद्र शेखर आजाद को ही भूल गए क्षेत्रीय नेता व ब्लॉक प्रशासन, किसान नेता पहुंचे

आगरा। भारत के महान क्रांतिकारी और स्वतंत्रता सैनानी चंद्रशेखर आजाद की 119वीं जन्म जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि प्रणाम। भारत माता के लिए उन्होने वीरता से अपने प्राणों की आहूति दे दी थी। जिलेवासियों धूमधाम से आजाद जयंती मना रहे हैं. लेकिन खंदौली में क्षेत्रीय नेता खंड विकास कार्यालय के सामने ब्लॉक प्रशाशन स्वतंत्रता सैनानी चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर श्रृद्धांजलि अर्पित करना भूल गया।
भारतीय किसान यूनियन के मनीष पंडित ने कहा कि जहां हर वर्ष भाजपा और कांग्रेस के नेता प्रतिमा स्थल पर पहुंचते थे और आजाद को याद करते थे, इस बार वो नेता आजाद की जयंती में कही भी दिखाई नहीं दिए. आजाद को राजनिति पार्टियां केवल अपने वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करती हैं और फिर भूल जाती हैं. भारतीय किसान यूनियन ने शहीद चंद्रशेखर आजाद की 112वीं जन्म जयन्ती पर प्रतिमा स्थल पर पहुंचकर आजाद को श्रृद्धांजलि दी. लोगों का कहना है कि आजाद के नाम का केवल राजनीतिक पार्टीयां अपनी राजनीतिक रोटियां सेकते हैं.
भारतीय किसान यूनियन के प्रचार मंत्री गिर्राज सिंह नौहवार ने कहा की क्षेत्र के नेताओ ने जब चंद्र शेखर आजाद को भुला दिया तो फिर वे किसे याद रखेंगे कोई भी पार्टी का बड़ा नेता आजाद को नमन करने नहीं आया. आजाद भारत की हर सांस में चंद्रशेखर आजाद जैसे राष्ट्रभक्तों का बलिदान शामिल है और जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। हमारे ब्लॉक प्रमुख आशीष शर्मा किसी भी कार्यक्रम में अपनी माला डलवाना नहीं भूलते लेकिन स्वतंत्रता सैनानी चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा पर श्रृद्धांजलि अर्पित करना भूल गये ये बहुत ही शर्म की बात है। स्थल पर नारे लगाये गए “दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगे, आजाद ही जिए हैं, आजाद ही मरेंगे।” इसके अतिरिक्त, उन्होंने यह भी कहा था, “मैं आजाद हूं, आजाद ही रहूंगा, और आजाद ही मरूंगा।”