खंदौली में डीएपी खाद की किल्लत किसान घंटों लाइन में खड़े, बुवाई में देरी

आगरा। खंदौली क्षेत्र के गाँव पैतखेड़ा में डीएपी (डाइअमोनियम फॉस्फेट) की कमी की खबरें आ रही हैं, जिससे फसलों की बुवाई के लिए परेशान किसानों को खाद नहीं मिल पा रही है। डीएपी की यह किल्लत किसानों के लिए चिंता का विषय है क्योंकि यह फॉस्फोरस और नाइट्रोजन का एक महत्वपूर्ण स्रोत है, जो पौधों के स्वस्थ विकास के लिए आवश्यक है। इस कमी के कारण किसानों को लंबी लाइनों में लगने के बावजूद भी खाद नहीं मिल पा रही है।
भारतीय किसान यूनियन टिकैत के किसान नेता अंकित जुरेल ने कहा की विकास खंड खंदौली की सहकारी समिति पर डीएपी खाद की भारी किल्लत बनी हुई है। इससे क्षेत्र के किसान परेशान हैं और उन्हें फसलों की बुवाई में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खाद प्राप्त करने के लिए किसानों को घंटों लाइन में खड़ा रहना पड़ता है। प्रक्रिया में पहले टोकन दिया जाता है, फिर खतौनी और आधार कार्ड की प्रतिलिपि ली जाती है। इसके बाद ओटीपी सत्यापन होता है, जिसमें नेटवर्क समस्या के कारण अक्सर देरी होती है।बाजरा और ज्वार की फसलें नष्ट होने के बाद, किसान अब गेहूं, सरसों और आलू की बुवाई के लिए खाद का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने बताया की चार बार लिस्ट बनायीं गयी वो भी फाड़ दी गयी। आरोप है की बड़े किसानो को डीएपी दी जा रही है छोटे किसान लाइन में लगने के बाद भी खाली हाथ लौट जाते है।