सडक न होने पर प्रसव पीड़ा में चारपाई से एंबुलेंस तक पहुंचाई गर्भवती

प्रसव पीड़ा में चारपाई से एंबुलेंस तक पहुंचाई गर्भवती
फतेहाबाद : नीचाखेड़ा के उपग्राम में आजादी के बाद से सड़क निर्माण अधूरा, ग्रामीण बोले अब करेंगे पलायन
आगरा फतेहाबाद : सरकार लाभदायक करती रहे लेकिन कुछ जगह ऐसी हैं जहां निकालने के लिए रास्ता तक नहीं ग्रामीण परेशान है अधिकारी मनमानी करने में लगे हुए हैं नेता चुनाव के दौरान जनता तक पहुंचते हैं उसके बाद किसी की नहीं सुनते निकालने के लिए रास्ता नहीं था कीचड़ भरा हुआ था वृषभ पीड़ा से परेशान महिला सीख रही थी एंबुलेंस को सूचना दी गई एंबुलेंस मौके पर पहुंची लेकिन कीचड़ होने के कारण वहां तक नहीं पहुंच सकी परिजन चारपाई पर महिला को रखकर कीचड़ वाले रास्ते से निकलकर एंबुलेंस तक पहुंचे आखिरकार शर्म करो देश के नेताओं सांसद विधायक मंत्री ग्राम प्रधान विकासखंड के अधिकारी तहसील के अधिकारी कहते हैं आगरा स्मार्ट हो चुका है इसी को स्मार्ट कहते हैं तुम्हारी आंखों में अगर थोड़ी सी भी शर्म हो तो इन गांवों को जाकर देखो जहां नर्क बने हुए हैं
आजादी के 78 साल बाद भी निबोहरा क्षेत्र का गांव प्रतापपुरा नीचाखेड़ा सड़क जैसी बुनियादी सुविधा से वंचित है। गर्भवती महिला पूजा देवी पत्नी रामसेवक को अचानक प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो परिजनों ने एंबुलेंस बुलाई। मगर सड़क न होने के कारण एंबुलेंस गांव तक नहीं पहुंच पाई।आखिरकार परिजनों और ग्रामीणों ने चारपाई पर उठाकर पूजा देवी को करीब 500 मीटर दूर खड़ी एंबुलेंस तक पहुंचाया। इस दौरान महिला और परिजन बेहद परेशान दिखे
आज़ादी से अब तक सड़क का नामोनिशान नहीं : ग्रामीणों का कहना है कि आजादी से लेकर अब तक गांव तक सड़क नहीं बनी। बरसों से सिर्फ आश्वासन मिल रहे हैं, लेकिन हकीकत यही है कि आज भी गांव के करीब 40 घर और 250 की आबादी एंबुलेंस, स्वास्थ्य सेवाओं और दूसरी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है।अन्य गर्भवती महिलाएं भी जोखिम में : गांव की और भी गर्भवती महिलाएं सुनीता देवी पत्नी दीपक, गायत्री पत्नी ऋतिक और उर्मिला देवी पत्नी दीपचंद इस जर्जर मार्ग की वजह से समय पर इलाज और स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित रहती हैं। बरसात के दिनों में हालात और भी भयावह हो जाते हैं।ग्रामीणों का फूटा गुस्सा : ग्रामीणों का कहना है कि पिछले78 सालों से लगातार अनदेखी की जा रही है। शिकायत करने पर भी प्रशासन और जनप्रतिनिधि मौन साधे बैठे हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर जल्द सड़क का निर्माण नहीं हुआ तो वे सामूहिक पलायन करेंगे।
बाइट ग्रामीण
				
					


