करोड़ों रुपए की नकली दवाइयों का फरार माफिया गिरफ्तार

आगरा। अगस्त माह में एसटीएफ और औषधि विभाग की विशेष टीम की संयुक्त कार्रवाई में नकली दवाइयों के बड़े खेल का खुलासा हुआ था। इस मामले में आगरा में मुकदमा दर्ज किया गया था, तभी से एके राणा वांछित चल रहा था। कुछ दिन पूर्व पुदुचेरी में छापेमारी के दौरान पुदुचेरी पुलिस ने एके राणा को गिरफ्तार किया था। कार्रवाई में करोड़ों रुपए की नकली दवाइयां बरामद हुई थीं, जबकि पैकेजिंग प्लांट को भी सील कर दिया गया था। छापेमारी में करोड़ों की नकली दवाएं और मशीनें जब्त की गई थीं। नकली दवाएं 20 से अधिक नामी कंपनियों के नाम पर बनाई गई थीं और पुडुचेरी से आगरा में तस्करी की गई थीं। हे मां मेडिको, बंसल मेडिकल एजेंसी, एमएसवी मेडी पॉइंट, ताज मेडिको, राधे मेडिकोज तक सीधी सप्लाई थी। 22 अगस्त को हुई छापेमारी के बाद 71 करोड़ की दवाएं सीज की गई थीं। नकली दवाएं एंटीबायोटिक, एलर्जी, हार्ट, BP, डायबिटीज समेत गंभीर रोगों की बनती थीं। पुडुचेरी से यूपी, फिर दूसरे राज्यों तक सप्लाई चेन थी
आगरा पुलिस को जैसे ही एके राणा की गिरफ्तारी की जानकारी मिली, पुलिस बी-वारंट लेकर पुदुचेरी पहुंची, लेकिन उससे पहले ही कोर्ट से उसे जमानत मिल गई। इसके बाद भी आगरा पुलिस ने हार नहीं मानी और दोबारा पुडुचेरी में कानूनी प्रक्रिया पूरी कर एके राणा को गिरफ्तार कर लिया। सोमवार को उसे आगरा लाकर पूछताछ की गई और फिर जेल भेज दिया गया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, एके राणा से पूछताछ में नकली दवाओं के सप्लाई नेटवर्क, अन्य सहयोगियों और आर्थिक लेनदेन से जुड़े कई अहम सुराग मिलने की उम्मीद है। मामले में आगे और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं।



