राष्ट्रपति मुर्मू ने लगाई संगम में डुबकी, 1954 में राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद ने किया था स्नान

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार (10 फरवरी) को महाकुंभ पहुंचीं। राष्ट्रपति मुर्मू ने संगम में डुबकी लगाई। द्रौपदी मुर्मू देश की दूसरी राष्ट्रपति हैं जिन्होंने कुंभ में स्नान किया है। इससे पहले 1954 में देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने संगम में स्नान किया था। राष्ट्रपति मुर्मू का यह दौरा करीब आठ घंटे का है। राष्ट्रपति ने संगम में डुबकी लगाने के बाद सूर्य को अर्ध्य दिया।
अक्षयवट मंदिर में दर्शन करेंगी राष्ट्रपति
संगम में डुबकी लगाने के साथ ही अक्षयवट और लेटे हनुमान मंदिर में भी दर्शन करेंगी। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी राष्ट्रपति के साथ मौजूद रहीं। महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है और ऐसे में राष्ट्रपति और दूसरे वीवीआईपी के आगमन को देखते हुए प्रयागराज में ट्रैफिक और सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है।
कैसा रहा राष्ट्रपति मुर्मू का महाकुंभ पहुंचने का रूट
राष्ट्रपति मुर्मू दिल्ली से विशेष विमान से सुबह 9 बजे बमरौली एयरपोर्ट पहुंचेंगी। यंहां से हेलिकॉप्टर के जरिए महाकुंभ नगर के अरैल क्षेत्र में उतरीं। इसके बाद राष्ट्रपति कार से अरैल वीवीआईपी जेटी पहुंची और फिर निषादराज क्रूज से संगम पहुंची। राष्ट्रपति स्नान के बाद गंगा पूजन और आरती करेंगी। इसके बाद राष्ट्रपति डिजिटल महाकुंभ अनुभव केंद्र का अवलोकन करेंगी। शाम चार बजे के करीब राष्ट्रपति दिल्ली के लिए रवाना होंगी। राष्ट्रपति का यह दौरा ऐतिहासिक माना जा रहा है, क्योंकि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राजेंद्र प्रसाद के बाद महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने वाली दूसरी राष्ट्रपति हैं।