झोलाछाप के इंजेक्शन से मौत के बाद रोड पर हंगामा जाम, 6 घंटे तक रखी रही रही लाश 4 लाख में समझौता? पहले भी हो चुका है क्लिनिक सील

आगरा ताज नगरी में झोलाछापो का आतंक है कहीं ना कहीं मरीजों की मौत की सूचना मिलती रहती है यमुना पार तो कसाई खाना बन चुका है लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की आंखें बंद हैं योगी सरकार द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि ऐसे डॉक्टरों के खिलाफ तुरंत मुकदमा दर्ज किए जाएं लेकिन नोटों की गड्डी के आगे सब नतमस्तक हो जाते हैं और फिर वही क्लिनिक खुल जाता है और डॉक्टर इलाज करने लग जाते हैं किसी भी तरह का इलाज किया जाता है इन क्लिनिको पर केवल दवा देने के लिए आदेश हैं लेकिन ऑपरेशन से लेकर हर मर्ज का इलाज या उपलब्ध होता है उनके यहां जो स्टाफ है कितना पढ़ा लिखा है यह तो आप सब कुछ अंदाजा लगा सकते हैं कार्रवाई के नाम पर केवल खाना पूर्ति की जाती है थाना खंडोली क्षेत्र के मुढी चौराहे पर दोपहर को सत्यवीर नाम का व्यक्ति दवा लेने आया दवा लेने के बाद परिजनों का दावा है कि इंजेक्शन लगाया गया उसके 2 घंटे बाद उसकी मौत हो गई सैकड़ो की संख्या में परिजन क्लीनिक पर पहुंचे पुलिस को सूचना दी मौके पर पुलिस पहुंच गई लेकिन पुलिस की कार्रवाई से नाराज होकर परिजनों ने सैकड़ो लोगों के साथ आगरा जलेसर रोड को जाम कर दिया उसके बाद बारिश आ गई तो वहां से हटकर चौराहे पर जाम लगा दिया काभी देर तक हंगामा होता रहा पुलिस मौके पर पहुंची कार्रवाई की बात कही लेकिन मामला समझौते के बीच चला रहा 6 घंटे तक चौराहे पर लाश रखी रही ट्रैक्टर ट्राली के अंदर चारपाई पर मृतक सत्यवीर की लाश को लेकर परिजन डटे रहे चौकी पर समझौते की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई सूत्रों का कहना है कि ₹400000 में बात तैयार की गई है जिसमें ₹200000 मृतक के परिजनों को और 2 लाख रुपए अन्य किसी हिसाब के लिए रखे गए हैं अब कितना पैसा मिला अगर जब पैसे की बात थी तो इतना हंगामा क्यों किया गया