आखिर क्यों नहीं हुई कार्यवाही, चांदी के जूते में इतनी दम की 24 घंटे के अंदर ही खुल गया क्लिनिक, झोलाछाप के इंजेक्शन से युवक की हुई थी मौत

आगरा चांदी के जूते में कितना दम है इसका आप अंदाजा ही नहीं लगा सकते लेकिन स्पष्ट हो जाता है कि चांदी के जूते में दम होता है एक झोला छाप के इंजेक्शन से एक युवक की मौत हो गई हंगामा हुआ रोड जाम कर दिया गया लेकिन 6 घंटे तक रोड पर लाश रखी रही पुलिस भी नहीं चाहती कि किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई हो शाम तक समझौता हो गया सूत्रों का कहना है कि ₹300000 में समझौता हुआ ₹200000 मृतक के परिजनों को दिए गए ₹100000 में पुलिस विभाग सेट हुआ उसके बाद कोई कार्रवाई नहीं की गई स्वास्थ्य विभाग कहां सो गया कोई पता नहीं क्योंकि स्वास्थ्य विभाग के पास भी चांदी का जूता महीने तारीख पहुंच जाता है इसलिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता
मामला बीते दिन शुक्रवार दोपहर का है सत्यवीर नाम का युवक श्री कृष्णा क्लिनिक पर दवा लेने आया परिजनों का आरोप उसको गलत इंजेक्शन दे दिया गया उसके कारण उसकी मौत हो गई सैकड़ो लोग एकत्रित होकर हंगामा करने लगे आगरा जलेसर रोड जाम कर दिया लेकिन कुछ घंटे के बाद ही पैसे की बात हुई और समझौता हो गया कोई भी मुकदमा दर्ज नहीं किया गया नहीं पुलिस ने पोस्टमार्टम कराना उचित समझा
स्वास्थ्य विभाग सो गया
कितना हंगामा हुआ जाम लगा पब्लिक परेशान हुई लेकिन कार्रवाई नहीं की गई समझौते के नाम पर पैसा वसूल किया गया स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कुंभकरणीय नींद में सोए हुए हैं उनके कानों तक आवाज नहीं पहुंची कि किसी की मौत हो गई है क्योंकि उनको पता है महीनेदारी कि क्लीनिक से आती है इसलिए कार्रवाई नहीं होगी और टीम पहुंच भी जाएगी तो मोटे पैसा लेकर कोई कार्य नहीं किया जाएगा कार्रवाई के नंबर केवल जांच की बात कही जाएगी आखिरकार होना क्या है इस तरह तो लोग मरते जाएंगे और पैसे के दम पर हर काम संभव हो जाएगा
24 घंटे के अंदर ही खुल गया क्लिनिक
युवक की मौत का मामला 24 घंटे भी नहीं बीत पाया जब तक क्लिनिक दोबारा से खुल गया इससे स्पष्ट हो जाता है कि स्वास्थ्य विभाग की मिली भगत के कारण ऐसा हुआ है मोटी रकम पहुंचाई गई है समझौता हो गया और स्पष्ट आदेश दे दिए के कुछ भी करो कोई कार्रवाई नहीं होगी 5 जुलाई 2025 समय 12:14 पर क्लीनिक खुला हुआ था जब के बीते दिन हंगामा के बाद क्लीनिक बंद कर दिया गया था