ललित चाहर ने लोगों से सरकार द्वारा मेट्रो से चलने की या टैक्सी से चलने की अपील की

सर्वोच्च न्यायालय के एडवोकेट ललित चाहर ने लोगो से सरकार द्वारा मेट्रो से चलने की अपील की और किराए के समस्त प्रकार के वाहन से चलने का सुझाव दिया। उन्होंने बताया देश की 140 करोड़ जनता से किसी भी कंपनी की कार ना लेने की सलाह दी क्योंकि कोई ड्राइवर नहीं, कोई चालान नहीं, कोई टेंशन नहीं, कोई तेल नहीं, और किसी प्रकार की बैंक की किस्त नहीं, और यही नहीं कोई आरटीओ टैक्स नहीं, कोई रोड टैक्स नहीं, और कोई टोल टैक्स नहीं, और सरकार द्वारा मेट्रो से चले और किराए की ओला और समस्त प्रकार की कार से चले, और यही नहीं सरकार द्वारा हवाईजहाज की टिकट से चले।
उन्होंने बताया की अगर आप 10 लाख की कोई भी कार लेते हो तो उसमे सालाना खर्चा इतना आयेगा
1 – ड्राइवर – 15000
2 – ईधन – 72000 200रुपे प्रतिदिन के हिसाब
3 – सर्विस – 50000
4 – टायर – 60000
5 – धुलाई – 5600 रविवार से रविवार
6 – बीमा – 25000
7 – प्रदूषण – 200
8 – चालान – 10000
9 – फास्टैग – 3000
10 -फाइनेंस 5000 प्रति माह 5 साल के लिए फाइनेंस कराया है तो
एक अनुमान 245800 आपका सालाना खर्च होगा जबकि मेट्रो में इतना नहीं
भ्रष्टाचार विरोधी मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रभारी हरियाणा, मध्य प्रदेश,राजस्थान और सर्वोच्च न्यायालय के एडवोकेट ललित चाहर और 140 करोड़ की जनता के बीच भ्रस्टाचार विरोधी मोर्चा दिल्ली भारत