अंजामआगराजनता की आवाज़

पुलिस वालों ने पेट्रोल डालकर जला दिया मेरे भाई को, नीरज एनकाउंटर में नया मोड़

आगरा । मेरे भाई नीरज को पुलिस ने जिंदा पकड़कर चांदी भी बरामद कर लिया था। लेकिन उसे मारने की क्या जरूरत थी। भाई किसी साजिश का शिकार हुआ है। अगर पुलिस लूट करने के आरोप में सजा-ए-मौत दे रही है तो सभी लुटेरों को मारा जाए। ये सवाल मथुरा एनकाउंटर में मारे गए बदमाश नीरज के भाई मनोज ने उठाया। उन्होंने कहा- जब मुझे एनकाउंटर के बारे में जानकारी मिली तो मैं गुजरात के मोरबी में था। शाम को जब शव गांव पहुंचा तो पुलिस ने जबरन रात में ही अंतिम संस्कार करा दिया। जबकि मैंने सुबह रुकने के लिए बार-बार गुजारिश की। परिवार के लोगों ने हाथ भी जोड़ा लेकिन पुलिस वालों ने एक नहीं सुनी। पेट्रोल-डीजल डालकर शव को जला दिया। पुलिस मुठभेड़ में बदमाश नीरज को गोली लगी।अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। भाई ने कहा- घर से ही पुलिस ने नीरज का पकड़ा बी भाई मनोज ने बताया कि नीरज किसी मजिस्ट्रेट की प्राइवेट गाड़ी चलाता था। 26 जुलाई को वह कांवड़ लेने सोरौं गया था। सोमवार को वह कांवड़ लेकर वापस आया और मंदिर में कांवड़ चढ़ाई। मंगलवार को वह पूरे दिन घर पर ही रहा था। बुधवार को भी वह घर पर ही रहा। गुरुवार को उसने खाना बनाने में भाभी की मदद की। दोपहर में उसके पास कोई काल आई।

इसके बाद वह सुबह 10.30 बजे घर से गया। करीब 11 बजे मथुरा पुलिस ने उसे ग्वालियर रोड पर स्थित बाद गांव उसे उठा लिया। दोपहर तीन बजे पुलिस उनके घर पहुंची। पुलिस के पास नीरज के कमरे की चाबी थी। उन्होंने ताला खोला और नीरज के कमरे में घुस गए। वहां से चांदी बरामदगी दिखाई गई। नीरज के भाई मनोज ने बताया- पुलिस को मेरे भाई को मारना नहीं चाहिए था। एसपी सिटी राजीव कुमार सिंह ने बताया- गुरुवार देर रात पुलिस को मुखबिर से आगरा बॉर्डर पर बदमाशों के मूवमेंट की सूचना मिली। इसके बाद टीम ने घेराबंदी की। पुलिस ने बिना नंबर की बोलेरो को रुकवाया, लेकिन बदमाशों ने गाड़ी नहीं रोकी, बल्कि फायरिंग करते हुए भागने लगे। जवाबी फायरिंग में आगरा के रहने वाले राहुल (26) और नीरज (36) घायल हो गए। पुलिस ने दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां इलाज के दौरान एक बदमाश नीरज की मौत हो गई। जांच में पता चला कि बदमाशों ने मंगलवार शाम कारोबारी से 75 किलो की चांदी लूटी थी। पुलिस की आठ टीमें लुटेरों की धरपकड़ में जुटी हुई थीं।

फिलहाल, कारोबारी की लूटी हुई एक करोड़ रुपए की चांदी बरामद कर ली गई है। लुटेरों के अन्य साथियों की तलाश की जा रही है। राहुल ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने कारोबारी की रेकी नमक मंडी से की थी। किक्रेट सट्‌टेबाजी में रुपए हार गए थे। इस वजह से उन पर उधार हो गया था। इसके बाद कुल 6 लोगों ने मिलकर वारदात को अंजाम दिया। मथुरा के पेंच निवासी कारोबारी हरिओम सोनी के बेटे गौरव और कन्हैया आगरा गए थे। वहां से 30 जुलाई की रात 75 किलो चांदी की राखी लेकर लौट रहे थे।हिंदुस्तान इंटर कॉलेज के पास बाइक सवार बदमाशों ने तमंचा लगाकर कार को रुकवा लिया। बदमाशों ने गौरव और कन्हैया को गाड़ी समेत अगवा कर लिया। गाड़ी से दोनों को लेकर अछनेरा रोड की तरफ भागे। वहां पुलिस चेकिंग देख बदमाशों ने गाड़ी को मथुरा की तरफ मोड़ दिया। फिर वारदात स्थल से 10 किलोमीटर दूर गौरव और कन्हैया को फेंककर भाग गए। कार को लेकर दिल्ली-आगरा हाईवे पर पहुंचे। यहां बदमाशों ने कार को भीमनगर पुलिया के पास खड़ा किया। उसमें से चांदी निकाली फिर भाग गए थे। दूसरा घायल बदमाश राहुल अस्पताल में भर्ती है, जिसके पैर में गोली लगी है। 8 टीमों को तलाश में लगाया गया SP सिटी ने बताया कि बदमाशों की तलाश के लिए 8 टीमों का गठन किया गया। 48 घंटे बाद इनपुट मिला कि आगरा-मथुरा बॉर्डर के पास फरह थाना क्षेत्र में बदमाश मौजूद हैं। पुलिस मौके पर पहुंची तो बदमाशों के साथ एनकाउंटर हो गया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button