
आगरा। दयालबाग शैक्षिक संस्थान (DEI) ने सफलतापूर्वक दयालबाग साइंस ऑफ कॉन्शसनेस (DSC) और नेशनल सिस्टम्स कॉन्फ्रेंस (NSC) 2025 का संयुक्त आयोजन 15 से 17 सितम्बर 2025 तक किया। इस तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में विभिन्न क्षेत्रों के अग्रणी शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों और विशेषज्ञों ने एक साथ आकर विचारों का आदान-प्रदान किया तथा विज्ञान, प्रौद्योगिकी और चेतना अध्ययन में नवीनतम प्रगति को साझा किया।
डॉ. एम.एस. भारद्वाज, एमबीबीएस, एमडी (बाल रोग), मौलाना आज़ाद मेडिकल कॉलेज और लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज, दिल्ली से स्नातक तथा वर्तमान में दिल्ली राधास्वामी सत्संग एसोसिएशन के सचिव, ने “यमुना एक्सप्रेसवे: एआई संचालित स्मार्ट सुरक्षित सड़कें – स्वीडन और विश्व स्वास्थ्य संगठन से सबक” विषय पर एक योगदानात्मक व्याख्यान प्रस्तुत किया। उनके व्याख्यान में भारत में सड़क सुरक्षा प्रबंधन को उन्नत बनाने में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) की परिवर्तनकारी भूमिका पर विशेष बल दिया गया और अंतरराष्ट्रीय श्रेष्ठ प्रथाओं से समानताएँ प्रस्तुत की गईं।
इसके अतिरिक्त, डॉ. भारद्वाज ने सम्मेलन के DSC खंड में “सहज सुरत शबद योग के संदर्भ में मस्तिष्क की अपर्चर्स (Brain Apertures)” विषय पर पोस्टर प्रस्तुति दी। यह अभिनव कार्य, जिसमें मस्तिष्क की अपर्चर्स का एक 3D इंटरैक्टिव मॉडल सम्मिलित था, ने न्यूरोसाइंस और अध्यात्म के संगम को उजागर किया। इस पोस्टर को सर्वश्रेष्ठ पोस्टर प्रस्तुति का पुरस्कार प्रदान किया गया, जिसे इसकी मौलिकता और अंतर्विषयी महत्व के लिए सराहा गया।
यह उपलब्धि DEI की उस निरंतर भूमिका को रेखांकित करती है जिसमें वह विज्ञान, प्रौद्योगिकी और चेतना को जोड़ने वाले अग्रणी अनुसंधान का केंद्र बना हुआ है, साथ ही उन विद्वानों के योगदान को भी प्रदर्शित करती है जो वैश्विक अकादमिक जगत में वैज्ञानिक विशेषज्ञता और आध्यात्मिक दृष्टि दोनों का समन्वय प्रस्तुत करते हैं।